इतने िदनों से कुछ न िलखा तो िलखना भूल गया
बुरे वक्त के हलके झोकों में इस कदर झूल गया
खुदा जाने क्या हो जो बड़ी मुसीबत आये
नुकसान तो जो करे सो करे हमें शरि्मंदा भी कर जाये !
बुरे वक्त के हलके झोकों में इस कदर झूल गया
खुदा जाने क्या हो जो बड़ी मुसीबत आये
नुकसान तो जो करे सो करे हमें शरि्मंदा भी कर जाये !
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